Patriotic Poem In Hindi | देशभक्ति कविता

राष्ट्रीय ध्वज (तिरंगा): भारत का राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा है, जिसमें सफेद, सब्जी, और केसरिया रंग के तीन बर्तन (चक्र) होते हैं। इसके मध्य में नीले रंग के अशोक चक्र होता है, जो भारत के धर्मिक एवं सांस्कृतिक समृद्धि को प्रतीकटन करता है।राष्ट्रीय गीत (जन गण मन): भारत का राष्ट्रीय गीत “जन गण मन” है, जिसे रवींद्रनाथ टैगोर ने लिखा था। बंगाली भाषा में रचित इस गीत को रविंद्रनाथ टैगोर ने 1911 में लिखा था और 1950 में भारत का राष्ट्रीय गीत घोषित किया गया।स्वतंत्रता दिवस: भारत का स्वतंत्रता दिवस 15 अगस्त को मनाया जाता है। इस दिन सन् 1947 में भारत ने ब्रिटिश शासन से आजादी प्राप्त की थी। यह राष्ट्रीय त्योहार खुशी और उत्साह के साथ मनाया जाता है और देशभक्ति भावना से भरा होता है।नमस्कार ,आप देशभक्ति कविता ढूंढ रहे हो क्या ? तो आप सही वेबसाइट पर आए हो। तो यहा देशभक्ति कविता ,जोश भर देने वाली ,देशभक्ति कविता छोटी सी,सैनिकों पर हिंदी में देशभक्ति कविता,भारत देश पर कविता,बच्चों देश भक्ति कविता,वीर रस देश भक्ति कविता, कविताये पोस्ट आपने फ्रेंड्स को शेयर कीजिये।

Patriotic Poem In Hindi

वतन की मिट्टी में खिलते हैं गुलाब,
सौगंध वीरों की बांहों का तबाब।
स्वतंत्रता की बेला आई धूम-धाम से,
सब दिशाएँ रंगीन हुई, फूलों से सज गई।।

Patriotic Poem In Hindi
Patriotic Poem In Hindi

आजादी की लहरें लहरा रहीं आसमान में,
राष्ट्र गान की गूंज हर जनमानस में।
सबके हृदय में बस गई एक सपना,
भारत माता के सपूत, सब हुए मस्ताना।।

देशभक्ति कविता
देशभक्ति कविता

हर शहीद की कहानी बयां होती,
स्वाधीनता की चित्रा रंगीन बनती।
लहराती झण्डी और वीरगाथा के स्वर,
हर कदम पर वीर चले, जवानों की बारात।।

देशभक्ति कविता छोटी सी
देशभक्ति कविता छोटी सी

 

मां भारती की जयजयकार होती दुनियाँ में,
वीरों का जन्मभूमि, शांति का निवास।
प्रेम की भाषा सबको सिखलाती,
एकता के गीत हर दिल में बसा देती।।

सैनिकों पर हिंदी में देशभक्ति कविता
सैनिकों पर हिंदी में देशभक्ति कविता

स्वतंत्रता का ज्योति जगमगाता हर दीपक,
वीरों के बलिदान से जग रोशन होता।
भारत के धरोहर, उन्नति के पथप्रदर्शक,
देशवासियों को सशक्त और समृद्ध बनाता।।

बच्चों देश भक्ति कविता
बच्चों देश भक्ति कविता

चिर याद रहेगा वतन की मिट्टी का गहरा संग,
हर कदम पर जागेगा प्रेम का रंग।
भारत माता के लिए जीवन की अर्पण करेंगे,
वीर रस को खाकर हम सदा जीएंगे।।

 

वतन के इस गाने को हम सब गाएंगे,
प्रेम और एकता की राह पर चलेंगे।
वीरों के बलिदान से सजेगा हमारा आँचल,
वतन के इस गीत से जगमगाएँगे।।

 

सृजनशीलता का ध्वज लहराए,
भावनाओं की अमर धारा बहाए।
मां की ममता, धरती की शान,
भारत के वीरों को सलाम!

देशभक्ति कविता

गगन गहन विशाल सिन्धु सा,
वीरता की निशानी नजर आ।
स्वतंत्रता के संग चमके तारे,
पुण्यभूमि की रक्षा करें हम सद।

 

ज्ञान-भूमि है यह महान,
मातृभूमि की सेवा है यह सज्जन।
स्वर्ग समान इसकी महिमा,
भारत माँ की जय हो विजयी।

 

शौर्य से भरी, संघर्षशील युद्ध,
वीरता का ध्वज हम सब कुँवर।
गर्व से ऊंची यह तिरंगा झंडा,
देश भक्ति का है सर्वदा प्रतीक।

 

प्यारी माँ भारती की जय हो,
दुश्मनों को यहाँ हर बार हार हो।
वीरों का संघर्ष सदा बना रहे,
सभी देशवासियों का संबल हो।

 

आओ मिलकर गाएं भारत माँ की महिमा,
प्रेम से सजाएं हम सब इसे सजदियाँ।
भारत के वीर जवानों को नमन,
वन्दे मातरम्, जय हिंद, जय भारतीय।।

 

स्वतंत्रता की आग जगाओ
हिम्मत और जुनून जगाओ
वीरता के पर्वत चढ़ जाओ
भारत मां को सलाम कर जाओ।

 

आजादी की बेला आई है
देश के वीरों की डोली सजी है
बढ़े चलो देशभक्ति की राह पर
आन बान और शान सजाओ।

 

बलिदानी वीरों को याद करो
उनके सपूतों को समझो
हर कठिनाई पर डटकर खड़े हों
भारत के गर्व में रंग भरो।

 

ध्वजा फहराओ ऊंची ओर
वीर शहीदों को नमन करो
स्वतंत्रता के लिए एकजुट हों
भारत मां का आँचल फैलाओ।

जोश भर देने वाली देशभक्ति कविता

रक्तरंजित वतन पर स्वर्णिम चिन्ह
सौगंध लेते हैं हम तेरी ख़ुशबू से
आजादी की धज़्जियाँ लहराएंगे
सारे राही देश की ख़ुशनुमाएँ से।

 

भारत की धरती से प्रेम करो
वीरों के बलिदान को याद करो
स्वयं को भारतीय कहकर जियो
वंदे मातरम, वंदे मातरम।

 

वतन की खुशबू, वतन की सुगंध,
हर दिल में बसे हैं, वतन के रंग।

 

फिरंगी के आगमन से दहल गया था,
वीरों के हृदय में, एक जज़्बा था।

 

स्वतंत्रता का अंधकार घिर आया था,
लहू बहाकर वीरों ने वतन को बचाया था।

 

उनकी तपस्या, उनका बलिदान,
मिलकर ही हमें मिला विश्वग्राम।

 

धरती के जझीरों में जो फैला था,
स्वतंत्रता का झंडा, वो हमारा वतन।

 

अपने देश के वीरों को सलाम,
भारत माता को हम नमन।

 

जब भी आती हैं, किसी ख़तरे की घड़ी,
वीर जवान तैयार हैं, भारत माता की रक्षा के लिए।

 

सीमा पर खड़े, दिन रात वीरता से ज्ञानी,
भारतीय सैन्या हैं, अनमोल हैं हमारे धनी।

 

वतन के प्यारे फौजी ब्रवो,
तुम हो मेरे गर्व की छवि,
अपने जज़्बे से जगाओ हमें,
मिटाओ आँखों से आंसू की सिलवट,
ज़िंदगी भर है तुम्हारी जिदगी से मोहब्बत।

जय हिंद, जय भारत!

 

वतन पर जागृत हो तू, तन-मन से लगाना वोट,
स्वतंत्रता की शापथ ले, धरती की शोभा बढ़ोत।

 

खड़े होकर इस धरती पर, देश के लिए जब सबको होना तैयार,
परमानंद से जीवन जी, दे देश को अद्भुत उपहार।

देशभक्ति कविता छोटी सी

स्वतंत्रता की अमर धारा, बहा देश में अब तू,
सपूतों के सपूत होकर, बन जाए तू महान शूर।

 

कुर्बानीयों के बलिदान से, है रंगीली ये धरा,
वीरों की रक्षा करते हुए, है खिलता हर किलकारा।

 

गौरव से भरा है तिरंगा, देश के सच्चे सपूतों से,
भारत माता की जय बोल, खुशियों से भर जाए दूतों से।

 

स्वतंत्रता की मिसाल बन, रहे वीरों का ये गीत,
चिरंगीनी बनकर खड़े हों, धरती पर हर हिंदुस्तानी है वीरबलिदानी।

 

वतन के लिए जीने का अब यही है समझ।
नहीं है कोई अपना और ना ही कोई पराया।।

 

धन्य है वह वीर जो लुटाए, सपूतों को बचाने के लिए,
उसका यह बलिदान, अमर रहेगा, यह देश उसके लिए भी रहेगा अमर ही।

 

जीवन का यही वार्ता है, यही संदेश सबको देना है,
वतन पर जागृत हो तू, तन-मन से लगाना वोट,
स्वतंत्रता की शापथ ले, धरती की शोभा बढ़ोत।

 

वीरता के पर्वत उठा ले, हो दिखाए तू वीरता की मिसाल,
जीवन बन जाए एक युद्धस्थल, हर हिंदुस्तानी हो जाए वीरबलिदानी।।

 

वीरता की बाहुओं में बिखरी हुई धरा,
हर भारतीय का लहू, रक्त में समाया।

भारत देश पर कविता

स्वतंत्रता की पंखुड़ियों से सजा आसमान,
गर्व से भरा है हर भारतीय का मन।

 

वीर शहीदों के बलिदान से मिला स्वतंत्रता का तिरंगा,
हर भारतीय ने किया था वचन, है वो अपने वचन पर तंगा।

 

चंदनी रातों में लहराए झंडा, वीर भारतीय का गर्व है यही,
सारे जहां से अच्छा, हिंदुस्तान हमारा, यह नारा है सबको भाई।

 

कर्मठता से सजा है यह भूगोल, श्रम से संचित किया खजाना,
हर भारतीय की उत्साह भरी, यही है हिंदुस्तान की पहचान।

 

नम्रता की छांव में बसता है सबका सम्मान,
हर भारतीय की भावना, यही है हिंदुस्तान की पहचान।

भारत माता की जय!

 

वीरों के पैरों में बांधी धूल,
उनकी खून से रंगी धरती शान से फूल।
मां की ममता, बाप का प्यार,
देशभक्ति का है यह गहरा संसार।

 

सेना के जवान हैं सबसे न्यारे,
सरहद पर खड़े, हैं अदृश्य स्तंभ संयम के।
कठिनाइयों में भी देते हैं वचन,
परमाणु बमों के खिलाफ हैं ये प्रण।

 

तिरंगा लहराए, ऊंचा कराए शिखर,
वीरों की धरती पर, हर कोई यही आदर।
जन-जन की भावना, ये समर्पित हैं आपको,
बढ़े चाहे जीवन की चोटियों को।

 

साहस और बलिदान के पथ पर चलना,
भारत के वीरों को याद करना।
देश के सम्मान में जीवन गवाना,
यही है वतनपरस्ती का मायना।

 

हर कोई धन्य है, जिसने दी है अपनी जान,
हर कोई महान है, जिसने किया देश के लिए यहां।
उन शहीदों को नमन, जिन्होंने की खुदाई,
हम सबको इनका याद करना है सदैव।


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